हरियाणा के असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए बड़ी खुशखबरी: नौकरी अब सेवानिवृत्ति तक सुरक्षित! 🎓

हरियाणा सरकार ने विश्वविद्यालयों में अनुबंध के आधार पर काम कर रहे असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए एक अहम घोषणा की है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को यह बताया कि विश्वविद्यालयों में अनुबंध पर काम कर रहे असिस्टेंट प्रोफेसरों की नौकरी को अब सेवानिवृत्ति आयु तक सुरक्षित किया जाएगा। इसके लिए नए साल में विधानसभा में एक बिल पेश किया जाएगा।
नौकरी सुरक्षा का आश्वासन 💼
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने पंचकूला में हरियाणा यूनिवर्सिटीज कॉन्ट्रैक्चुअल टीचर्स एसोसिएशन (HUTA) के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करते हुए कहा, “आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। हम आपके भविष्य को लेकर चिंतित हैं और सभी असिस्टेंट प्रोफेसरों की नौकरी को सेवानिवृत्ति तक सुरक्षित करेंगे।” मुख्यमंत्री ने यह घोषणा करते हुए यह भी कहा कि इस बिल को अगले साल विधानसभा में पेश किया जाएगा, जिससे विश्वविद्यालयों में काम कर रहे असिस्टेंट प्रोफेसरों को सेवानिवृत्ति तक नौकरी का आश्वासन मिलेगा।
अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों को मिलेगा लाभ 📑
सीएम नायब सैनी ने यह भी स्पष्ट किया कि विश्वविद्यालयों में अनुबंध के आधार पर काम कर रहे सहायक प्राध्यापकों (असिस्टेंट प्रोफेसरों) को अब सेवानिवृत्ति तक उनकी नौकरी जारी रहेगी। यह घोषणा विशेष रूप से उन शिक्षकों के लिए महत्वपूर्ण है जो अनुबंध पर काम कर रहे थे और जिनके लिए पहले यह स्थिति अस्थिर थी।
सहायक प्राध्यापकों का समर्थन 🤝
हरियाणा यूनिवर्सिटीज कॉन्ट्रैक्चुअल टीचर्स एसोसिएशन (HUTA) के प्रदेशाध्यक्ष विजय मलिक ने भी मुख्यमंत्री के बयान का स्वागत किया। उन्होंने बताया, “हमारी उम्मीदें बढ़ी हैं कि सरकार हमे भी जल्द ही सेवा सुरक्षा का तोहफा देगी। पहले ही राज्य सरकार ने विश्वविद्यालयों से संबंधित महाविद्यालयों में कार्यरत एक्सटेंशन लेक्चरर और विद्यालयों के गैस्ट टीचर को सेवा सुरक्षा दे दी थी, लेकिन अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसर इससे वंचित थे।”
सेवा सुरक्षा का विस्तार 🌐
इससे पहले, हरियाणा सरकार ने महाविद्यालयों में कार्यरत एक्सटेंशन लेक्चरर्स और विद्यालयों के गैस्ट टीचर्स को सेवा सुरक्षा प्रदान की थी। अब विश्वविद्यालयों के अनुबंधित असिस्टेंट प्रोफेसरों के लिए भी यह सेवा सुरक्षा लागू की जाएगी। इस कदम से शिक्षकों को उनके भविष्य को लेकर एक नई दिशा मिलेगी और वे बिना किसी डर के अपने कार्य को अंजाम दे सकेंगे।
मुख्य बिंदु 📌
- विश्वविद्यालयों में अनुबंध के आधार पर कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसरों की नौकरी अब सेवानिवृत्ति आयु तक सुरक्षित।
- नए साल में विधानसभा में एक बिल लाकर इस निर्णय को आधिकारिक रूप से लागू किया जाएगा।
- मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि किसी भी असिस्टेंट प्रोफेसर को पद से नहीं हटाया जाएगा।
- HUTA ने इस घोषणा का स्वागत किया और जल्द सेवा सुरक्षा का लाभ मिलने की उम्मीद जताई।